Jaya Kishori (जया क़िशोरी) जी की कहानी:
- कैसे बनी साधारण सी जया शर्मा, जया क़िशोरी?
- क्यों जया क़िशोरी जी के सोशल मीडिया Followers की संख्या बहुत सारे Celebrities के Followers से भी बहुत ज़्यादा हैं ?
- कब और किससे कर रहीं हैं जया क़िशोरी जी शादी?
- और क्या करती हैं जया क़िशोरी जी अपनी कथाओं से कमाए गए पैसों का?
तो आइए जानते हैं इन सभी सवालों के जवाब और सबसे पहले शुरू करते हैं:
कि कौन हैं Jaya Kishori (जया क़िशोरी जी)?
जया क़िशोरी एक ऐसा नाम जिसे आज के अध्यात्म जगत से भिन्न करके नहीं देख़ा जा सकता।
जो लोग अध्यात्म जगत से जुड़े हैं या रुचि रख़ते हैं उनके लिए जया क़िशोरी एक परिचित नाम हैं। लेकिन जो लोग उनको नहीं जानते इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आप भी जान जाएँगे कि कौन हैं जया क़िशोरी जी।
जया क़िशोरी एक लोकप्रिय कथावाचिका और भज़न गायिका हैं। जिनकी ख्याति सिर्फ़ भारत में ही नही बल्कि विदेशों में भी हैं। उनके भजनों में ऐसा रस होता हैं कि श्रोता झूमने पर मजबूर हो जाते हैं। इतनी कम उम्र में जया क़िशोरी जी की लोकप्रियता को देखकर लोग दंग रह जाते हैं। लेकिन ये लोकप्रियता उन्हें 1 या 2 वर्षों में नहीं मिली बल्कि अध्यात्म जगत से उनका जुड़ाव तब हो गया था जब वो मात्र 9 वर्ष की थी।
लेकिन Jaya Kishori (जया क़िशोरी जी) के ज्ञान का दायरा सिर्फ़ अध्यात्म के ज्ञान तक सीमित नहीं हैं बल्कि वो अपने प्रशंसको के लिए Life Management Tips और Motivational Sessions के लिए भी जानी जाती हैं। इसके अलावा वो जीवन से जुड़े अलग-अलग विषयों पर भी बात करती हैं।
अपने प्रशंसको के सवालों का विनम्रता पूर्वक जवाब देना और उनकी समस्याओं के समाधान के लिए अपनी राय व्यक्त करना उनको बहुत सारे कथा वाचकों से भिन्न करता हैं। और ये दर्शाता हैं कि वो अपने प्रशंसको के लिए काम करने में ख़ुशी महसूस करती हैं।
Jaya Kishori (जया क़िशोरी जी) का जन्म और बचपन:
जया क़िशोरी जी का जन्म 13-जुलाई-1995 को राजस्थान के सूजानगढ़ गाँव के एक ब्राह्माण परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम शिव शंकर शर्मा और माता का नाम सोनिया शर्मा हैं। उनकी एक बहन भी हैं जिनका नाम चेतना शर्मा हैं और जया क़िशोरी जी का वास्तविक नाम जया शर्मा हैं।
जया क़िशोरी जी अपने एक Interview में बताती हैं कि वो अपने बचपन में बहुत नटखट थी और अपने पड़ोसियों के घर में अक्सर जाती थी जिसकी वज़ह से पड़ोसियों का जया जी के साथ बहुत लगाव था। बचपन से ही उनका झुकाव अध्यात्म की तरफ़ था और मात्र 9 वर्ष की आयु से ही उन्होंने ने कथा वाचन और भज़न गायन शुरू कर दिया था।
ऐसे बनी थी जया शर्मा, Jaya Kishori (जया क़िशोरी):
जया क़िशोरी जी के गुरु श्री पंडित गोविंद राम मिश्रा जी ने जया जी की, भगवान कृष्ण के प्रति प्रेम और भक्ति को देखते हुए उन्हें क़िशोरी की उपाधि दी थी। जया क़िशोरी जी को आज के समय की मीरा भी कहा जाता हैं।
जब जया क़िशोरी लगभग 9 वर्ष की थी तभी उन्होंने संस्कृत में
- लिंग़ाष्टकम,
- शिव तांडव स्तोत्रम,
- रामष्टकम,
- मधुराष्टकम,
- श्रीरुद्राष्टकम,
- शिवपंचाक्षर स्तोत्रम,
- दारिद्रय दहन शिव स्तोत्रम आदि
कई स्तोत्रों को गाकर हज़ारों श्रोताओं को प्रभावित किया हैं।
10 वर्ष की उम्र में उन्होंने अतुल्य फलदायी सुंदरकांड का पाठ गाकर लाखों लोगों के दिलों में विशेष जगह बना ली थी। और तब से लेकर आज तक उनके प्रसंशको की संख्या में कभी कमी नहीं आयी और आज उनकी ख्याति भारतवर्ष के साथ-साथ अन्य देशों तक भी पहुँच चुकी हैं। और इसलिए जया क़िशोरी जी के Followers आज तक दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं। और बहुत सारे Celebrities के Followers से भी बहुत ज़्यादा हैं।
जया क़िशोरी जी ने अपनी Schooling और Graduation में B.Com की पढ़ाई कोलकाता की महादेवी बिडला वर्ल्ड अकैडमी से की। वर्तमान में जया क़िशोरी जी अपने परिवार के साथ कोलकाता में ही रहती हैं।
Jaya Kishori (जया क़िशोरी जी) का शादी के बारें में क्या कहना हैं:
बहुत सारे लोग ये जानना चाहते हैं कि जया क़िशोरी जी शादी करेंगी या नहीं? तो आपको जानकारी होनी चाहिए की जया क़िशोरी जी ने अपने Interview में कहा था कि वो क़ो सन्यासिनी नहीं हैं बल्कि एक सामान्य महिला हैं। पर वो ऐसा कभी नहीं चाहेंगी कि शादी की वज़ह से उनकी कथा प्रभावित हो। वो चाहती हैं उनकी शादी कोलकाता में ही हो ताकि वो अपने कार्य को सुचारु रूप से जारी रख़ सके। और अगर उनकी शादी कोलकाता से बाहर कँही होती हैं तो वो अपने परिवार को भी अपने घर के आस-पास ही रखना चाहेंगी। इससे ये तो पता चलता हैं कि हैं कि वो शादी तो ज़रूर करेंगी।
अभी हाल ही के दिनों में सोशल मीडिया ये बात भी बहुत चर्चा में हैं कि जया क़िशोरी जी की शादी बागेश्वर धाम के पंडित श्री धीरेंद्र शास्त्री जी से होने वाली हैं। लेकिन ये मात्र लोगों के द्वारा फैलायी हुईं एक अफ़वाह ही हैं क्योंकि ऐसी क़ोई भी बात न तो जया क़िशोरी जी ने कही और न ही बागेश्वर धाम के पंडित श्री धीरेंद्र शास्त्री जी ने इसकी क़ोई पुष्टि की हैं।
क्या होता हैं Jaya Kishori (जया क़िशोरी जी) की कथाओं से आने वाले चंदे का?
जया क़िशोरी जी अपनी कथाओं से आने वाले चंदे को उदयपुर की एक संस्था नारायण सेवा संस्थान को दान कर देती हैं। नारायण सेवा संस्थान दिव्यांग और अपंगो के लिए अस्पताल चलाती हैं और ग़रीबों की मदद भी करती हैं। नारायण सेवा संस्थान द्वारा कई गौशालाएँ भी चालाई जाती हैं।
वैसे तो (Jaya Kishori) जया क़िशोरी जी को बहुत सारे अवार्ड मिल चुके हैं, उनमे से कुछ अवार्ड इस प्रकार हैं:
- 2016 में जया जी को ‘आदर्श युवा आध्यात्मिक गुरु पुरस्कार’ से भी सम्मानित किया जा चुका
- फेम इंडिया एशिया पोस्ट सर्वे 2019 यूथ आइकॉन सर्वे रिपोर्ट में जया किशोरी जी को 18320 प्रबुद्ध लोगों के अध्यातम की श्रेणी में रखा गया है।
- MY PENCIL DOT COM ने भी जया क़िशोरी जी को Icon of the Year 2021 से सम्मानित किया हैं।
- जया किशोरी को Iconic Gold Award द्वारा मोटिवेशनल स्पीकर ऑफ द ईयर 2021 के सम्मान से भी नवाजा गया।
- May 2022 में Global Excellence Award (GEA) की तरफ़ से उन्हें Spiritual Category में Most Inspiring Woman of the Year का अवार्ड भी प्राप्त हुआ हैं।
Jaya Kishori (जया क़िशोरी जी) के लोकप्रिय भजनों की लिस्ट तो बहुत बड़ी हैं और उनमे से कुछ भज़न इस प्रकार हैं:
- राधिका गौरी से
- सबसे ऊंची प्रेम सगाई
- गाडी में बिठा ले रे बाबा
- जगत के रंग क्या देखू
- कृष्ण गोविन्द गोविन्द गोपाल नंदलाल
- मेरा आपकी कृपा से सब काम हो रहा है
- मां बाप को मत भूलना
- आज हरी आये विदुर घर
- लिंगाष्टकम मृत्युंजय जाप
- हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे रामा हरे रामा
आपको Jaya Kishori (जया क़िशोरी जी ) के बारें में हमारी आज की प्रस्तुति कैसी लगी ? Comment Box में लिखकर ज़रूर बताए, ताकि हम आपके लिए उत्साहपूर्वक लिखते रहें।
और हाँ हमारी Website पर आने वाली नयी जानकारियाँ, कहानियाँ और शिक्षा (Information, Stories & Learnings) आप तक सबसे पहले पहुँच सके। उसके लिए, हमारी Website के Free Updates को Subscribe करना न भूलें।
ऐसी ही Informational और Learning Videos को देखने के लिए आप मेरे Youtube Channel को Subscribe कर सकते हैं।
YouTube Channel: @MKMauryavanshi
मिलते हैं फिर एक नए Blog या Story के साथ।
आपका मित्र
एम॰के॰ मौर्यावंशी
और पढ़े: